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स्वयं के संग

आईए आज स्वयं के बारे में कुछ विचार करते है. अपने जीवन को एक नज़र देखते है हम क्या कर रहे है, हम क्यों कर रहे है.अभी तक हमने क्या हासिल किया है और क्या खोया है.हम सुखी और आनंदित होना चाहते है परन्तु हम हमेसा परेशान ही क्यों रहते है. आखिर क्यों हम इतने प्रयास के बावजूद भी सुख …

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तुम्हारे प्रीत का मौसम

सभी मौसम से बेहतर है, तुम्हारे प्रीत का मौसम. हमारे लव पे आती है, तुम्ही से गीत का मौसम. तू खिदमत करदे जिसकी भी, निगाहो से, इसारो से, उसी के दिल पे छा जाये , तुम्हारी जीत का मौसम. तुम्हारा साथ न मांगे तो क्या मांगे खुदा से हम, किसी जन्नत से क्या कम है, तेरे नजदीक का मौसम. तेरी …

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मैडिटेशन (ध्यान)

समाज में मैडिटेशन,ध्यान की अनेक विधिया प्रचलित है.आज- कल लोगों का ध्यान के प्रति काफी रूचि बढ़ रही है, अनेक लोग ध्यान से जुड़ रहे है और बहुत से लोग ध्यान से जुड़ना चाहते है. वास्तव में ध्यान कोई कठिन क्रिया नहीं है ध्यान तो हमारी स्वाभाविक अवस्था है परन्तु हम लगातार बाहरी दुनिया से जुड़े रहते है इसलिए हम …

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